मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट पर अब तक खर्च हो चुके हैं 13,483 करोड़, जानिए कब तक चालू हो सकती है यह हाई स्पीड ट्रेन
Mumbai-Ahmedabad Bullet train news: देश की पहली बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट अपने फाइनल लोकेशन सर्वे को पूरा कर चुकी है.
कोरोना वायरस के कारण परियोजनाओं के कार्यों में हुई देरी. (फोटो सोर्स- पीटीआई)
कोरोना वायरस के कारण परियोजनाओं के कार्यों में हुई देरी. (फोटो सोर्स- पीटीआई)
Mumbai-Ahmedabad Bullet train news: मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन (Mumbai-Ahmedabad Bullet train) का इंतजार हर शख्स बेसब्री के साथ कर रहा है. इस रेल परियोजना का काम अब अपने अंतिम चरणों पर पहुंच चुका है. फाइनल लोकेशन का सर्वे (final location survey ) कंप्लीट करने का काम तेजी से किया जा रहा है. रेल मंत्रालय ने पुष्टि की है कि फाइनल लोकेशन के लिए वन्यजीव, तटीय विनियमन क्षेत्र (सीआरजेड) और वन मंजूरी से संबंधित वैधानिक मंजूरी प्राप्त कर ली गई है.
ऐसे में जल्द से जल्द इस पर काम करने की शुरुआत की जा सकती है. फाइनल लोकेशन सर्वे और जियोटेक्निकल जांच पूरा होने के बाद अब इस काम को तेजी से आगे बढ़ाए जाने की योजना बनाई जा रही है. जून 2021 तक मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल (एमएएचएसआर परियोजना) पर 13,483 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं. इस परियोजना की लागत 1.1 लाख करोड़ रुपये है. रेल मंत्रालय की कमान संभालते ही रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस प्रोजेक्ट पर ध्यान देना शुरू कर दिया है. मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना को समाप्त करने के लिए 2023-24 की समय सीमा निर्धारित की है.
कोरोना वायरस के कारण परियोजनाओं के कार्यों में हुई देरी
रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव के मुताबिक कोरोना वायरस के कारण परियोजनाओं के कार्यों में देरी हुई. मौजूदा समय में मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल (एमएएचएसआर) परियोजना देश में हाई स्पीड रेल (एचएसआर) की पहली परियोजना है. जिसे जापान सरकार की मदद से पूरी की जाने की तैयारी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2017 में जापान के तत्कालीन प्रधानमंत्री शिंजो आबे के साथ इस परियोजना का समझौता किया था. मुंबई-अहमदाबाद के 508.17 किमी लंबे बुलेट ट्रेन कॉरिडोर का 155.76 किमी हिस्सा महाराष्ट्र में, 348.04 किमी गुजरात में और 4.3 किमी दादरा एवं नगर हवेली में है.
देश का पहला बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट है मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन
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पूरे परियोजना कार्य को 27 अनुबंध पैकेजों में बांटा गया है. मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन (Mumbai-Ahmedabad Bullet train) के अलावा रेल मंत्रालय ने नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (एनएचएसआरसीएल) को सात हाई स्पीड रेल (एचएसआर) कॉरिडोर के लिए सर्वेक्षण और विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करने का काम सौंपा है, जिसमें चेन्नई-बैंगलोर-मैसूर और मुंबई शामिल हैं. यह काम पूरा हो जाने के बाद 300 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से देश में पहली बार बुलेट ट्रेन का आगाज होगा. ऐसा माना जा रहा है कि 2023-24 तक यह पूरी तरह से तैयार हो जाएगी.
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04:46 PM IST